America
à¤à¤¾à¤°à¤¤ के पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ कौंसलावास में सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• संधà¥à¤¯à¤¾, 'रंग दरà¥à¤ªà¤£' का आयोजन
पà¥à¤°à¥‡à¤¸ विजà¥à¤žà¤ªà¥à¤¤à¤¿
à¤à¤¾à¤°à¤¤ के पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ कौंसलावास में सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• संधà¥à¤¯à¤¾, 'रंग दरà¥à¤ªà¤£' का आयोजन
नà¥à¤¯à¥‚ यॉरà¥à¤•, 14 मारà¥à¤š, 2018:
नà¥à¤¯à¥‚ यॉरà¥à¤• सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ à¤à¤¾à¤°à¤¤ के पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ कौंसलावास में 14 मारà¥à¤š,2018 को इनसाइट फॉर कà¥à¤°à¤¿à¤à¤Ÿà¤¿à¤µà¤¿à¤Ÿà¥€ के सहयोग से रंगारंग सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® 'रंग दरà¥à¤ªà¤£' आयोजित किया गया। हिमपात à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥‚ल मौसम की परवाह न करते हà¥à¤ अति उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹ और उमंग से à¤à¤°à¥‡ विखà¥à¤¯à¤¾à¤¤ हिंदी साहितà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤°, कवि à¤à¤µà¤‚ हिंदी पà¥à¤°à¥‡à¤®à¥€ टà¥à¤°à¤¾à¤ˆ सà¥à¤Ÿà¥‡à¤Ÿ, नà¥à¤¯à¥‚ यॉरà¥à¤•, नà¥à¤¯à¥‚ जरà¥à¤¸à¥€, कनेकà¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¤Ÿ और अनà¥à¤¯ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ से समारोह में हिसà¥à¤¸à¤¾ लेने नà¥à¤¯à¥‚ यॉरà¥à¤• कोंसà¥à¤²à¤¾à¤µà¤¾à¤¸ पहà¥à¤‚चे, जिनके लिठकौंसलावास में जलपान का पà¥à¤°à¤¬à¤‚ध किया गया.
समारोह का पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ कॉनà¥à¤¸à¥à¤², शà¥à¤°à¥€ संदीप चकà¥à¤°à¤µà¤°à¥à¤¤à¥€ à¤à¤µà¤‚ अनà¥à¤¯ साहितà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दीप पà¥à¤°à¤œà¥à¤œà¥à¤µà¤²à¤¨ से हà¥à¤†. इस अवसर पर शà¥à¤°à¥€ सतà¥à¤¯ नारायण चरका, निदेशक ईसà¥à¤Ÿ वेसà¥à¤Ÿ नृतà¥à¤¯ विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ ने सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ वंदना के साथ à¤à¤• शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€à¤¯ नृतà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किया। सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• संधà¥à¤¯à¤¾ का सञà¥à¤šà¤¾à¤²à¤¨ पà¥à¤°à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¤ साहितà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤° à¤à¤µà¤‚ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¤à¤¾ के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में à¤à¤• अगà¥à¤°à¤£à¥€ नाम शà¥à¤°à¥€ अशोक वà¥à¤¯à¤¾à¤¸ जी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किया गया.
कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के दौरान, पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ कॉनà¥à¤¸à¥à¤², दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ 'फिर वसंत आà¤' कविता संगà¥à¤°à¤¹ का विमोचन किया गया. सà¤à¤¾ को समà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¿à¤¤ करते हà¥à¤ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ कॉनà¥à¤¸à¥à¤² ने à¤à¤¾à¤°à¤¤ के पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ कौंसलावास दवारा अमेरिका में अपने अधिकार कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में हिंदी के पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° के लिठकिये जा रहे पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸à¥‹à¤‚ की जानकारी दी. उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आगामी सितमà¥à¤¬à¤° माह में कौंसलवास दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ हिंदी समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ का विशेष रूप से उलà¥à¤²à¥‡à¤– किया à¤à¤µà¤‚ समसà¥à¤¤ हिंदी पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ à¤à¤µà¤‚ हिंदी में रूचि रखने वाले वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ à¤à¤µà¤‚ संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं को कौंसलावास दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किये जा रहे कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ से जà¥à¥œà¤¨à¥‡ का आमंतà¥à¤°à¤£ दिया.
कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में शà¥à¤°à¥€ अशोक वà¥à¤¯à¤¾à¤¸, चांसरी पà¥à¤°à¤®à¥à¤– शà¥à¤°à¥€ जयदीप, डॉ. दयाशंकर विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤‚कार, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ बिंदॠअगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤², शà¥à¤°à¥€ अनूप à¤à¤¾à¤°à¥à¤—व, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ सà¥à¤·à¤® बेदी, डॉ. आर डी सेठी, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ सà¥à¤µà¤¦à¥‡à¤¶ राणा, शà¥à¤°à¥€ अशोक सिंह, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ सीमा खà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¾ ने कावà¥à¤¯ पाठकिया, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ अनिल पà¥à¤°à¤à¤¾ कà¥à¤®à¤¾à¤° दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤• कहानी पà¥à¥€ गई à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° इंदà¥à¤°à¤œà¥€à¤¤ सलूजा ने 'उतà¥à¤¤à¥à¤¸à¤¾à¤¹' शीरà¥à¤·à¤• से लिखे अपने निबंध का पाठकिया.
इस अवसर पर शà¥à¤°à¥€ अशोक वà¥à¤¯à¤¾à¤¸ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ रचित à¤à¤• लघॠनाटिका, 'अमृत के खरीदार' का à¤à¥€ मंचन किया गया.
कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के अंत में शà¥à¤°à¥€ अशोक वà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤œà¥€ ने धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ जà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¨ किया। कौंसलावास की तरफ से सà¤à¥€ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾à¤—ियों के लिठà¤à¥‹à¤œà¤¨ का पà¥à¤°à¤¬à¤‚ध किया गया.